प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर भगदड़ और मौतों के बाद 5 बड़े बदलाव किए गए हैं। पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। सभी व्हीकल पास रद्द कर दिए गए हैं। यानी मेले में एक भी गाड़ी नहीं चलेगी।
रास्ते को वन-वे कर दिया गया है। एक रास्ते से आए श्रद्धालुओं को स्नान के बाद दूसरे रास्ते से भेजा जा रहा है। बुधवार सुबह प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोक दिया गया। शाम 5 बजे के बाद बीच-बीच में एंट्री दी गई है।
शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। मेला क्षेत्र में यह व्यवस्था 4 फरवरी तक लागू रहेगी।
स्पेशल ट्रेनें लोगों को प्रयागराज से बाहर निकालेंगी
संगम क्षेत्र में मची भगदड़ के बाद अभी तक कोई ट्रेन रद्द नहीं की गई है। रेलवे ने जानकारी दी कि सभी मेला स्पेशल ट्रेनों को 9 करोड़ लोगों को कुंभ क्षेत्र से बाहर निकालने में लगाया गया है। आज के दिन के लिए कोई भी मेला स्पेशल ट्रेन दूसरे शहरों से प्रयागराज नहीं आएंगी।
जो ट्रेनें प्रयागराज से होकर गुजरती हैं, उन्हें भगदड़ के बाद आसपास जिलों के स्टेशनों पर रोक दिया गया। रेलवे के मुताबिक मौनी अमावस्या को प्रयागराज के सभी स्टेशनों से कुल 360 ट्रेनें चलाई जाएंगी, जिससे मेला आए लोग वापस जा सकें।